"मेरे पूर्वज!, ज़रा बतलाना, मैं डरता हूँ, आप दिवंगतों से या, स्वयं के दिवंगत हो जाने से!" ... "मेरे पूर्वज!, ज़रा बतलाना, मैं डरता हूँ, आप दिवंगतों से या, स्वयं के दिवंगत हो ज...
अब इन सबको स्मृति कह लो या आत्मा। अब इन सबको स्मृति कह लो या आत्मा।
पर हमारा बंधा होना नहीं दिखा उनको। पर हमारा बंधा होना नहीं दिखा उनको।
प्रकृति का अभिशाप है ये लगता मनुज का पाप है ये प्रकृति का अभिशाप है ये लगता मनुज का पाप है ये
बँटवारा होता सदा, पूर्वज की संपत्ति। राम हमारे पितामह, बाबर देश के विपत्ति बँटवारा होता सदा, पूर्वज की संपत्ति। राम हमारे पितामह, बाबर देश के विपत्ति
मेरे सेंटा मेरे पापा साथ हर दिन निभाते हैं रात हो या दिन मेरी हर मुस्कराहट की खातिर मेरे सेंटा मेरे पापा साथ हर दिन निभाते हैं रात हो या दिन मेरी हर मुस्कर...